🗓️ June 22, 2025
इस लेख में आप जानेंगे: वर्तमान वैश्विक परिदृश्य: 2025 में दुनिया का हाल विषय पर स्टूडेंट्स के लिए उपयोगी और जानकारीपूर्ण बातें। UdaanPath ब्लॉग का उद्देश्य छात्रों को टेक्नोलॉजी, करियर और जनरल नॉलेज के क्षेत्रों में मार्गदर्शन देना है — आसान भाषा और भरोसेमंद जानकारी के साथ।
वैश्विक परिदृश्य आज कई मोर्चों पर उथल-पुथल भरा है — सैन्य तनाव, जलवायु संकट, आर्थिक मंदी और मानवीय तबाही। आइये एक सरल, परिष्कृत और व्यापक दृष्टिकोण से समझते हैं कि अब क्या हो रहा है।
जून 2025 में इज़राइली वायुसेनाओं ने ईरान में ड्रोन और मिसाइल ठिकानों पर हमला किया—बर्दाश्त की सीमा से परे कार्रवाई। ईरान ने जवाब में ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया :contentReference[oaicite:3]{index=3}। इस बीच, अमेरिका ने गुआम में B‑2 बॉम्बर तैनात किए :contentReference[oaicite:4]{index=4}। आस्ट्रेलिया, यूएन और यूरोपीय देश कड़ी निंदा और शांति की अपील कर रहे हैं :contentReference[oaicite:5]{index=5}।
वैज्ञानिक चेतावनी दे रहे हैं कि 1.5°C वैश्विक तापमान सीमा लगभग 2028 तक पार हो जाएगी—यह लक्ष्य पेरिस समझौते के अंतर्गत है :contentReference[oaicite:6]{index=6}। महासागरों में गर्मी और समुद्र-स्तर वृद्धि अलार्मिंग रूप से बढ़ रही है और कोरल रीफ (मूंगा चट्टान) ब्लीचिंग की चौथी वैश्विक लहर करीब 84% पार हो चुकी है :contentReference[oaicite:7]{index=7}।
दुनिया भर में आर्थिक वृद्धि धीमी होती नजर आ रही है। IMF, World Bank, OECD और S&P Global ने 2025 की वैश्विक आर्थिक विकास दर 2.3‑3.2% अनुमानित की है — यह 1960 के दशक के बाद सबसे कमजोर दौर हो सकता है :contentReference[oaicite:8]{index=8}। विकासशील देशों के सामने कर्जा, बेरोजगारी और निवेश घटने जैसी मुश्किलें छाईं हुई हैं :contentReference[oaicite:9]{index=9}।
रूस-चीन-ईरान के गठबंधन ने पाश्चात्य दबाव को चुनौती दी है :contentReference[oaicite:10]{index=10}। NATO की हाग शिखर बैठक (24–25 जून, 2025) में रक्षा व्यय बढ़ाने और वैश्विक आपात मोर्चों पर चर्चा होगी :contentReference[oaicite:11]{index=11}।
गाज़ा में अप्रैल 2025 से खाद्य सामग्री बंद होने के कारण 66,000 बच्चों में गंभीर कुपोषण देखा गया है :contentReference[oaicite:12]{index=12}। सूडान में गृहयुद्ध और अकाल की स्थिति बनी हुई है :contentReference[oaicite:13]{index=13}।
- मध्य पूर्व: कूटनीतिक प्रयास जारी हैं, लेकिन सैन्य गतिविधियाँ धीरे नहीं हो रहीं।
- जलवायु: COP30 एवं वैश्विक जलवायु समझौते उम्मीद जगाते हैं, मगर समय कम है।
- अर्थव्यवस्था: व्यापारिक तनाव और संरक्षणवादी नीतियाँ कमजोर मांग का कारण बन रही हैं।
- भू-रणनीति: विश्व दो खेमों में विभाजित होता जा रहा है—तकनीकी, ऊर्जा और सुरक्षा को लेकर टकराव है।
- मानवता: खाद्य असुरक्षा और विस्थापन वैश्विक सहयोग का जरिया बने रहेंगे।
2025 की दुनिया बहु-आयामी चुनौतियों से जूझ रही है—जहरीली राजनीति, पर्यावरणीय चेतावनियाँ, आर्थिक अस्थिरता और मानवीय तबाही। लेकिन समाधान भी मौजूद हैं—कूटनीति, वैश्विक समझौते, आर्थिक सहकारिता और मानवता का पुनरुद्धार। यदि भारत जैसे लोकतंत्रशील वादपंथी देश एक सक्रिय भूमिका निभाएँ, तो साझा समस्याओं का सामना करना आसान हो सकता है। आइए—चुनौतियाँ हैं तो समाधान संभावनाएँ भी हैं।
यह लेख खासकर छात्रों, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं और टेक्नोलॉजी में रुचि रखने वालों के लिए लिखा गया है।
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